परीक्षा में धुले महाराष्ट्र के वाधवाणी जैकी प्रकाशलाल ने प्रथम, गुरूग्राम हरियाणा की कमलेश असानी ने द्वितीय और धुले महाराष्ट्र के कमल वाधवानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
जयपुर (विसं.)। सिन्धु संस्कृति प्रसार संस्था (रजिस्टर्ड), जयपुर की अध्यक्ष डॉ. माला कैलाश ने बताया कि कोरोना काल की विपदा से त्रस्त समाज को तनाव मुक्त रखने और समय का सदुपयोग करने के लिए समाजबंधुओं को मातृभाषा सिन्धी से जोड़ने का निर्णय लिया गया।
संस्था द्वारा व्हाट्सएप पर ग्रुप ‘अचो त सिन्धी सिखूं‘ बनाकर दिनांक़ 15 अप्रैल से 14 जून, 2020 तक हिन्दी माध्यम द्वारा सिन्धी भाषा बोलना, पढ़ना और लिखना सिखाने का पाठ्यक्रम चलाया गया। यह पाठ्यक्रम संस्था के संस्थापक व साहित्यकार गोबिन्दराम ‘‘माया‘‘ द्वारा तैयार करके 2 माह तक अध्यापन का कार्य भी किया गया।
शिक्षा सचिव मूलचंद बसंताणी ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में अध्ययन हेतु देश-विदेश से लगभग 800 शिक्षार्थियों ने लगातार 2 माह तक अध्ययन किया। दिनांक 29 जून, 2020 को घोषित परीक्षा परिणाम के अनुसार 43 शिक्षार्थियों ने सफलता प्राप्त की।
परीक्षा में धुले महाराष्ट्र के वाधवाणी जैकी प्रकाशलाल ने प्रथम, गुरूग्राम हरियाणा की कमलेश असानी ने द्वितीय और धुले महाराष्ट्र के कमल वाधवानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जोधपुर के मनोज कुमार खिलानी ने चौथा, धुले महाराष्ट्र की वाधवानी पूजा प्रकाशलाल ने पांचवा और निवाई टोंक की कविता इसरानी ने छठां स्थान हासिल किया।
महासचिव सुरेश रामरख्याणी ने बताया कि प्रथम आने वाले शिक्षार्थी को रुपए 2100/-, द्वितीय को रुपए 1100/-, तृतीय को रुपए 501/- और चौथे से छठे स्थान पर रहने वाले शिक्षार्थियों को रुपए 251-251 का नकद पुरस्कार तथा सभी सफल शिक्षार्थियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
संस्था के मुख्य संरक्षक सुंदर ठाकुर और मुख्य संयोजक श्रीचंद दीवान ने सफल शिक्षार्थियों को शुभकामनाएँ तथा बधाइयाँ देते हुए उनके सफल जीवन की कामना की।